Jaya Kishorij Katha : अहमदाबाद, गुजरात – मेमदावाद रोड स्थित “राधे उपवन” में दिनांक १२/१३/१४ नवंबर २०२४ को “समस्त कोकाशाई वेलांगरी परिवार” द्वारा विश्व प्रसिद्ध आध्यात्मिक व्याख्याता, जया किशोरीजी की कथा का भव्य आयोजन किया गया। इस तीन दिवसीय कथा कार्यक्रम में देशभर से भक्तों और श्रद्धालुओं ने भाग लिया, जिन्हें परिवार द्वारा विशेष सत्कार और सम्मान के साथ स्वागत किया गया।

कथा का शुभारंभ “द्वारकाधीश” एवं “सोमनाथ दादा” के दर्शन कराते हुए किया गया, जो भक्तों के लिए विशेष आध्यात्मिक अनुभव साबित हुआ। इस आयोजन के माध्यम से भक्तों को गहन आध्यात्मिक अनुभूति प्राप्त हुई, और उन्होंने जया किशोरीजी के अमूल्य विचारों और कथा-वाचन का लाभ लिया। इस कार्यक्रम का मुख्य विषय “नानी बाई का मायरा” था, जो भगवान श्रीकृष्ण और उनकी भक्ति पर आधारित एक प्रसिद्ध कथा है। जया किशोरीजी ने अपने अद्वितीय शैली में इस कथा का वर्णन किया और भक्तों को अपने प्रवचनों से मंत्रमुग्ध कर दिया।

कार्यक्रम के दौरान, श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक वातावरण का अद्भुत अनुभव प्राप्त हुआ। श्रद्धालुजन न केवल गुजरात बल्कि देश के विभिन्न कोनों से इस कथा में सम्मिलित हुए और उन्होंने तीन दिनों तक चले इस कार्यक्रम का भरपूर आनंद लिया। इस कथा में प्रेम, भक्ति और समर्पण का अद्भुत मिश्रण देखने को मिला, जिसने भक्तों के हृदय को गहराई से स्पर्श किया।

इस आयोजन के अंतिम दिन, निमंत्रक श्री सोनी शशिकांत हीरालालजी और सोनी राकेश हीरालालजी ने सभी अतिथियों, परिवारजनों और श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “जया किशोरीजी जैसी प्रतिष्ठित और आध्यात्मिक विभूति का सान्निध्य प्राप्त करना हमारे लिए एक विशेष अवसर था। हम समस्त श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने इस कथा में अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को सफल बनाया।”

कार्यक्रम के आयोजन और उसकी सफलता में “समस्त कोकाशाई वेलांगरी परिवार” ने विशेष भूमिका निभाई। परिवार ने न केवल भव्य आयोजन किया, बल्कि समस्त श्रद्धालुओं के लिए भोजन और रहने की उत्तम व्यवस्था भी की। भक्तों ने आयोजन की तारीफ की और परिवार के समर्पण की सराहना की।

इस कार्यक्रम के माध्यम से, परिवार ने आध्यात्मिकता और समाज सेवा के क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम की है।

संकलन : फाल्गुन ठक्कर